CHATTARPATI SHIVAJI MAHARAJ छत्रपति शिवाजी महाराज।

हमारी वामीकामी सरकार ने इतिहास में छत्रपति शिवाजी के बारे में हमें कभी भी ज्यादा नहीं बताया गया .. क्योंकि शुरू के काल से शिक्षा विभाग की विचारधारा मुग़ल संस्कृति की ओर ज्यादा आकर्षित रही ।
बहुत से लोग जिन्होंने शिवाजी का इतिहास पढा हैं, वो लोग शिवाजी के बारे में क्या सोचते हैं, पढकर आश्चर्यचकित हो जाओगे।

■ "काबुल से कंदहार तक मेरे तैमूर कबीले ने मुघल सल्तनत की रचना की थी। ईरान, इराक, तुर्किस्तान सहित अनेक देशों में मेरी सेना ने विकराल योद्धाओं को पराजित किया। किन्तु भारत में शिवाजी ने हमारी फतह पर रोक लगा दी। मैंने मेरी ज्यादातर शक्ति शिवाजी पर खर्च कर दी, लेकिन मैं उसे पराजित नहीं कर पाया।"
"या अल्लाह, तुमने मुझे एक निर्भय, बहादुर और सरल शत्रु दिया, उन पर रहम कर उनके लिये जन्नत के दरवाजे खोल दो, क्योंकि वह विश्व के श्रेष्ठ और बडे दिलवाला आपके पास आ रहा है।"
औरंगजेब
(छत्रपति शिवाजी महाराज की मृत्यु के पश्चात नमाज़ अदा करते वक्त)

■ "उस दिन शिवाजी ने केवल मेरी उंगलियां ही नहीं काटी थी, किन्तु मेरे घमंड को भी काट दिया था, मुझे ख्वाब में भी उनसे मिलने का डर सता रहा है।"
शाहिस्ता खान
 
■ "मेरी सल्तनत में अब शिवाजी को हरा सके ऐसा शख्स कोई भी बाकी नहीं बचा।"
 हताश बेगम अली आदिलशाह

■ "नेताजी, आपके देश को अंग्रेजों को हराने भगाने के लिये किसी हिटलर की जरूरत नहीं है, बस शिवाजी महाराज के इतिहास को पढाने की जरूरत है।
एडोल्फ हिटलर

■ "यदि शिवाजी महाराज का जन्म ब्रिटेन में हुआ होता तो, हम केवल पृथ्वी पर ही नहीं समग्र ब्रह्माण्ड पर शासन कर रहे होते।"
लोर्ड माउन्टबेटन
 
■ "यदि शिवाजी और दस वर्ष तक जीवित रहते तो, ब्रिटिश लोगों ने भारत की शक्ल भी नहीं देखी होती"
 एक ब्रिटिश गवर्नर

■ "यदि भारत को स्वतंत्र बनाने की जरूरत है तो एकमात्र रास्ता है, समग्र देशवासी शिवाजी महाराज की तरह लडें"
नेताजी सुभाषचंद्र बोस

■ "शिवाजी ये एकमात्र नाम ही नहीं है, यह भारतीय युवाओं के लिये ऊर्जा स्त्रोत है, जिसका उपयोग भारत को मुक्त करने के लिये किया जा सकता है।
स्वामी विवेकानंद

■ "यदि शिवाजी का जन्म अमेरिका में हुआ होता तो हम उन्हें एस.यू.एन. नाम देते"
बराक ओबामा
 
■ गिनेस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में उम्बरखिंड के विख्यात युद्ध का उल्लेख है।
"उज़्बेकिस्तान के कर्तालाब खान के 30000 बर्बर सैनिकों की सेना को शिवाजी के केवल 1000 मालवा योद्धाओं ने पराजित किया था और एक भी उज़्बेकि घर वापस जाने के लिये जीवित नहीं रहने दिया था।
शिवाजी महाराज आंतरराष्ट्रीय स्तर के राजा थे। उनके शासनकाल के 30 वर्ष में वो केवल
दो ही युद्ध भारतीय मूल के योद्धाओं के विरुद्ध लडें थे। अन्य सभी युद्ध विधर्मियों के विरुद्ध लडें गये थे।

शाहिस्ता खान, जिन्हें खुद को सपने में भी शिवाजी का डर बना रहा था। वह अबू तालिबान और तुर्कीस्तान का राजा था।

बहलोल पठान, सिकंदर पठान, चिद्दर पठान वे सभी अफघानी योद्धा थे। दिलावर पठान मंगोलियन योद्धा था, इन सभी को शिवाजी महाराज के योद्धाओं ने धूल चटा दी थी।

सीदी जोहर और सलाबा खान इरानी लडाके थे, जिन्हें शिवाजी महाराज की सेना ने परास्त किया था।

सीदी जौहर ने तत्पश्चात समुद्री मार्ग से हमला करने की योजना बनाई थी, जिसके जवाब में छत्रपति शिवाजी महाराज ने एक नौका दल 
तैयार किया। जो कि भारत वर्ष का सर्वप्रथम नौका दल था। किन्तु कार्यसिद्धि के पूर्व ही शिवाजी महाराज ने महाप्रयाण किया।
(शिवाजी महाराज को षड्यंत्र से भोजन में विष दिया गया था)

लेख स्रोत: गूगल
*शिवाजी द मेनेजमेंट गुरु जो बोस्टन युनिवर्सिटी के अभ्यासक्रम का एक संपूर्ण विषय है।*
 
फिर भी, हम भारतीय को शिवाजी महाराज के बारे में बहुत ही कम जानकारी हैं। ये बात बहुत ही दुखद है।

कम से कम चलों हमारी भविष्य की पिढी को शस्त्र एवं शास्त्र को आत्मसात करने वाले महान छत्रपति शिवाजी महाराज एवं उनके पराक्रमी महावीर योद्धाओं के इतिहास से अवगत करायें ..
छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन एवं युद्धों पर आधारित अनेकों राष्ट्रभक्त लेखकों द्वारा प्रकाशित पुस्तकें उपलब्ध हैं, उसे क्रय कर वितरित किया जा सकता है।

*🚩जय मां भवानी🙏🏼*
*🚩जय क्षात्रधर्म🙏🏼*
*शस्त्र-शास्त्रमेव जयते*

*निशस्त्र धर्म समाज सदैव भयभीत रहेगा, उन्हें शस्त्र और शास्त्र से अलंकृत कर अभय बनाया जा सकता है। और आज यही समय की मांग है।*
*🚩जय सत्य सनातन धर्म🙏🏼*

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